About us

हमारे बारे में
श्री हनुमान गौशाला ट्रस्ट सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत पंजीकृत है और आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 12 ए और 80 जी और CSR के तहत मुख्यालय ग्राम पोस्ट अमैठी, जिला- दरभंगा (बिहार), पिन - 847233 में पंजीकृत है। सनातन धर्म और हमारे शास्त्रों में, हम गौ सेवा (गाय-सेवा) को एक महान सेवा मानते हैं। इसी सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए 'श्री हनुमान गौशाला ट्रस्ट ' दिन-रात गायों की सेवा कर रहे है। गौशाला के दर्शन कर श्रद्धालु प्रभावित होते हैं और इसके विशाल परिसर में निरंतर चलने वाली गतिविधियों में इस गौशाला में गौ माता
की सेवा की काफी व्यवस्था है। गौशाला ट्रस्ट सोसाइटी में 125 गायों को रखने की वैवस्था है और व्यवस्थित रूप से उनकी देखभाल की जा रही है। इन गायों को पौष्टिक और प्रोटीन और विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ दिए जाते हैं। चिकित्सकों द्वारा नियमित रूप से उनकी जांच की जाती है और उनके अनुसार इलाज किया जाता है।
गाय को सनातन संस्कृति हिन्दू धर्म मे पवित्र गौ माता माना गया है । हम विभिन्न अवसरों पर गौमाता की पूजा करते हैं और उन्हें गौ माता कहते हैं। पर्यावरण संरक्षणऔर संरक्षण के क्षेत्र में, हम गौमाता के प्रति या तो मनुष्य या प्रकृति द्वारा क्रूरता की रोकथाम में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
श्री हनुमान गौशाला ट्रस्ट ने उन भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की है जो गौमाता को चारा गुड़ चढ़ाते हैं। ऐसी व्यवस्थाएं भी हैं जो चाहते हैं कि गोदान करें (गाय दान करें)। भक्तों के लिए गायों को चढ़ाने के लिए ताजा हरा चारा हमेशा उपलब्ध रहता है।
भक्त जन्मदिन, वर्षगाँठ, पूर्णिमा और अन्य महत्वपूर्ण त्योहारों जैसे शुभ अवसरों पर भंडारा का आयोजन भी करते हैं|
श्री हनुमान गौशाला ट्रस्ट
श्री हनुमान गौशाला ट्रस्ट सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत पंजीकृत है और आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 12 ए और 80 जी और CSR के तहतमुख्यालय ग्राम पोस्ट अमैठी, जिला- दरभंगा (बिहार), पिन - 847233 में पंजीकृत है।इसी सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए गौशाला भारतीय न्यास अधिनियम धारा1882 के तहत दिन-रात गायों की सेवा की जा रही है। गौशाला और इसके विशाल परिसर में लगातार चलने वाली गतिविधियोंसे भक्त प्रभावित होते हैं। इस गौशाला में गो माता की सेवा की काफी व्यवस्था है।
गौशाला ने उन भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की है जो गायों को चारा, गुड़ देना चाहते हैं। ऐसी व्यवस्थाएं भी हैं जो गोदान करना चाहती हैं (गाय दान करें)।भक्तों के लिए गायों को चढ़ाने के लिए ताजा हरा चारा हमेशा उपलब्ध रहता है। भक्त जन्मदिन, वर्षगाँठ, पूर्णिमा और अन्य महत्वपूर्ण त्योहारों जैसे शुभ अवसरोंपर भंडारा का आयोजन भी करते हैं।